हेमकुंड साहिब के लिए पहला जत्था रवाना, राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखा किया रवाना

ऋषिकेश से हेमकुंड के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटा.) गुरमीत सिंह व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरी झंडी दिखा किया रवाना

आज उत्तराखंड मे स्थित सिखों के पवित्र तीर्थ हेमकुंड साहिब के लिए पंच प्यारों की अगुवाई मे यात्रियों का पहला जत्था  ऋषिकेश से रवाना हुआ। जत्थे को उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटा.) गुरमीत सिंह व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

रवानगी से पूर्व हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट  के गुरुद्वारे  के दरबार हॉल मे कीर्तन का कार्यक्रम किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्र बिंद्रा ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री  और खासकर प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद किया। उन्होने कहा कि राज्य सरकार ने जहाँ गोविंदघाट से लेकर हेमकुंड तक यात्रियों कि सुविधाओ का ख्याल हुए कार्य किया तो वहीं  गोविंदघाट से हेमकुंड तक के लिए प्रस्तावित रोपवे बनाने की योजना के प्रधानमंत्री जी और केंद्र सरकार का धन्यवाद किया। इसके अलावा उपस्थित सभी महानुभावों का भी धन्यवाद देते हुए इसे राज्य के सभी वर्गो का कार्यक्रम बताया।

मुख्यमंत्री ने कहा

मुख्यमंत्री ने ट्रस्ट को धन्यवाद देते देते हुए क्र्यक्रम के लिए आमंत्रित करने लिए धन्यवाद दिया और साथ ही यात्रा के प्रारम्भ होने की शुभकामनाए प्रेषित की। उन्होने कहा कि मैं बचपन से ही गुरुघर जाता रहा हूँ पर आज मेरा सौभाग्य है कि आज मैं राज्यपाल जी के साथ यात्रा के प्रारम्भ होने के अवसर पर उपस्थित हूँ। साथ ही उन्होने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा हमारी सरकार की प्राथमिकता है और हम इसके लिए कार्य भी कर रहे हैं । मैं इस कार्यक्रम के माध्यम से उत्तराखंड मे यात्रा के लिए आने वाले सभी  नागरिकों से अनुरोध करता हूँ कि अपने शरीर को पहाड़ के वातावरण से अभयस्थ होने का मौका दें। बिना चिकित्सीय सलाह के यात्रा न करें और अपनी दवाए साथ लेकर चले। आप स्वस्थ रहें और आपकी यात्रा सुरक्षित रहे यही हमारी कामना है।

22 मई को खुलेंगे कपाट

आगामी 22 मई से हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट  दर्शनार्थियों के लिए खोल दिये जायंगे। हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री नरेंद्र बिंदर ने बताया कि बुधवार से ही ट्रस्ट के ऋषिकेश मुख्यालय मे  एथिक्स इन्फोटेक कंपनी ने यात्रियों का ऑफलाइन पंजीकरण करना शुरू कर दिया था। यात्रा मे कोई अव्यवस्था न हो इसका भी ध्यान रखा जा रहा है।

दर्शनार्थियों की संख्या निर्धारित 

चारधाम यात्रा की तरह ही हेमकुंड के लिए भी प्रतिदिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या तय की गई है। अधिकतम 5000 यात्री ही एक दिन मे हेमकुंड के दर्शन कर सकते हैं। पंजीकरण भी इसी व्यवस्था को ध्यान मे रख कर किया जा रहा है। ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया की यदि श्रद्धालुओं की संख्या  बढ़ती है तो उन्हे ऋषिकेश मे ही रोका जायेगा और कैपेसिटी के हिसाब से ही आगे भेजा जाएगा।

 

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