लेफ्टिनेंट जनरल चौहान बने देश के नए सीडीएस

उत्तराखंड के लेफ़्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान देश के दूसरे सीडीएस नियुक्त किए गए

लेफ़्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (रिटायर्ड) सैन्य मामलों के विभाग के सचिव के रूप में भी कार्य करेंगे.

देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद से ही देश मे सीडीएस का पद खाली था. 8 दिसंबर 2021 को देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की वेलिंगटन के पास एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत के क़रीब साढ़े नौ महीने बाद यह नियुक्ति की गई है। 

40 सालों तक सेना के विभिन्न विभागों मे कार्य करने का है अनुभव  

जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों में आतंक निरोधी ऑपरेशन का व्यापक अनुभव है। 1961 को जन्मे लेफ़्टिनेंट जनरल अनिल चौहान 1981 में भारतीय सेना की 11 गोरखा राइफ़ल्स में शामिल हुए। उन्होने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़गवासला और भारतीय सैन्य अकादमी,देहरादून से सैन्य शिक्षा गहन की। मेजर जनरल के पद पर रहते हुए उन्होंने जम्मू-कश्मीर के बारामूला सेक्टर, नॉर्दर्न कमांड में इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली। इसके बाद लेफ़्टिनेंट जनरल के पद पर रहते हुए पूर्वोत्तर कोर का नेतृत्व किया। 2019 से मई 2021 यानी अपने रिटायरमेंट तक ईस्टर्न कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ़ रहे।इसके अतिरिक्त वे डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन के पद पर भी रह चुके हैं। लेफ़्टिनेंट जनरल चौहान संयुक्त राष्ट्र के अंगोला मिशन में भी सेवाएं दी हैं। उनके अपने विशिष्ट और शानदार देश सेवा के लिए विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है। 

सीडीएस के रूप मे मुख्य ज़िम्मेदारियां

सीडीएस के अधीन तीनों सेनाओं के मामले आते हैं, उनकी मुख्य जिम्मेदारियों मे केंद्र सरकार मे रक्षा मंत्री के प्रमुख सैन्य सलाहकार के तौर पर कार्य करने के साथ-साथ थल सेना, नौसेना और वायुसेना के कामकाज में बेहतर तालमेल बिठाना और देश की सैन्य ताक़त को और मज़बूत करना  रहेगा।  इसके अलावा सीडीएस की डिफ़ेंस एक्जिक्यूसन काउंसिल (डीएसी) और डिफ़ेंस प्लानिंग कमीशन (डीपीसी) जैसे महत्वपूर्ण रक्षा मंत्रालय समूहों में जगह होगी.

 

 

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