अस्पताल में निरीक्षण के दौरान मिली खामियां से भड़के स्वास्थ्य सचिव, स्टाफ को जमकर लगाई लताड़

प्रदेश में डेंगू का खतरा मंडरा रहा है। राजधानी देहरादून में जहां एक तरफ डेंगू के मरीजों में बढ़ोतरी हो रही है। तो वहीं अस्पतालों की लापरवाही भी बढ़ती ही जा रही है। बता दें कि देहरादून के अस्पतालों की ओर से बरती जा रही इस लापरवाही का नमूना तब देखने को मिला जब स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार देहरादून के कोरोनेशन और गांधी शताब्दी अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंचे। गौरतलब है कि अस्पतालों का निरीक्षण करने पहुंचे स्वास्थ्य सचिव ने निरीक्षण के दौरान जो पाया उसे देखकर स्वास्थ्य सचिव गुस्से से आग बबूला हो गए। 
 
कोरोनेशन अस्पताल की लैब पर लटका मिला ताला 
 
दरअसल नीरिक्षण के दौरान स्वास्थ्य सचिव को गांधी शताब्दी अस्पताल में धूल ही धूल देखने को मिली तो वहीं कोरोनेशन की लैब पर ताला लटका मिला। जिसे देखकर स्वास्थ्य सचिव भड़क गए और उन्होंने स्टाफ को जमकर फटकार लगाई। इतना ही नहीं स्वास्थ्य सचिव ने कोरोनेशन अस्पताल प्रबंधन को लैब 24 घंटे खोलने सहित डेंगू मरीजों के लिए 25 बेड बढ़ाने के निर्देश भी दिए। बता दें कि मौजूदा समय में कोरोनेशन अस्पताल में 72 बेड हैं। जिनमें से 66 पर मरीज भर्ती है। ऐसे में दिन प्रतिदिन मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव ने अस्पताल प्रशासन को बेड बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। वहीं दूसरी तरफ गांधी शताब्दी अस्पताल में भी डेंगू मरीजों को भर्ती करने के निर्देश अस्पताल प्रबंधन को दिए गए।
 
डेंगू की रिपोर्ट भी समय पर नहीं होती उपलब्ध
 
यही नहीं निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती डेंगू मरीजों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल भी जाना । अहम बात यह है कि इस दौरान मरीजों ने स्वास्थ्य सचिव को अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से दो चार भी कराया। मरीजो ने बताया कि एक दिन पहले उनका सैंपल लिया गया था लेकिन रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। मरीजों ने ये भी बताया कि नियमित जांच के अलावा डेंगू की रिपोर्ट भी समय पर नहीं आ पा रही है जिस कारण उनका सही से इलाज नहीं हो पा रहा है। ऐसे में मरीजों की शिकायतों पर जब स्वास्थ्य सचिव ने अस्पताल के स्टाफ से पूछा तो उन्होंने बताया कि रविवार होने के कारण रिपोर्ट आने में देरी हुई है।
 
30 सितंबर तक रोजाना खुलनी चाहिए लैब 
 
मामला यहीं नहीं थमा इसके बाद स्वास्थ्य सचिव कोरोनेशन अस्पताल की पैथोलॉजी लैब देखने पहुंचे, लेकिन वहां ताला लगा मिला। हद तो तब हो गई जब लैब के ताले की चाबी किसी के पास नहीं थी। ऐसे में स्वास्थ्य सचिव ने अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही को देखते हुए स्टाफ को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने ये भी कहा कि अगर रविवार है तो क्या मरीज का इलाज नहीं होगा ? इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव ने अस्पताल प्रबंधन को तुरंत लैब खुलवाने के लिए लैब टेक्नीशियन को फोन करवाया और लैब खुलवाकर फोटो भेजने की भी बात कही साथ ही कहा 30 सितंबर तक लैब रोजाना खुलनी चाहिए, ताकि किसी भी मरीज को रिपोर्ट आने का इंतजार ना करना।
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