“हिंदी: एक सहिष्णु, ग्रहणशील और राष्ट्रीय चेतना की संवाहिका” – CM धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिंदी दिवस के मौके पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी | उन्होंने अपने संदेश में कहा कि किसी भी देश की भाषा ही उसकी संस्कृति एवं परम्पराओं से जोड़ने में मददगार होती है। हिन्दी मात्र भाषा ही नही है बल्कि हमारी सभ्यता व संस्कृति की पहचान है। हिन्दी हमारे देश की एकता एवं अखंडता का भी आधार है। हिंदी एक उदार, ग्रहणशील और सहिष्णु भाषा तो है ही, साथ ही ये भारत की राष्ट्रीय चेतना की संवाहिका भी है। यह हमारी परंपराओं और हमारी विरासत का बोध कराने वाला एक सतत अनुष्ठान है।
 
हिंदी के प्रति हमारी वैचारिक निष्ठा है
 
सीएम धामी ने कहा कि हमारी वैचारिक निष्ठा हिन्दी के प्रति रही है। आज आधिकारिक मंचों से लेकर शिक्षा तक में हिंदी को अभूतपूर्व स्थान दिया जा रहा है। हिंदी के गौरव को बनाए रखना हम सभी का दायित्व है। हिंदी के विकास के लिए जब हम सभी मिलकर कार्य करेंगे, तभी हिन्दी को अपेक्षित सम्मान प्राप्त होगा।
 
विश्व की सबसे अधिक लोकप्रिय भाषाओं में से एक है हिंदी 
 
सीएम ने कहा कि वैश्विक स्तर पर हिन्दी भाषा के तेजी से प्रचार-प्रसार के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत है |  उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा में देश की विभिन्न भाषाओं के साथ सामंजस्य बनाने की ताकत है। हिंदी भारत ही नहीं बल्कि विश्व की सबसे अधिक लोकप्रिय भाषाओं में से एक है। हिंदी एक भाषा के रूप में भारतवासियों के बीच सेतु का भी काम करती है। राजभाषा हिन्दी की प्रतिष्ठा, गौरव एवं सम्मान के लिये हम सबको सहयोगी बनना होगा। राजभाषा हिन्दी के गौरव एवं सम्मान के लिये सहयोगी बनने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिन्दी दिवस पर हमें अपने दैनिक जीवन में हिन्दी के अधिक से अधिक प्रयोग का भी संकल्प लेना होगा। 
(Visited 40 times, 1 visits today)

One thought on ““हिंदी: एक सहिष्णु, ग्रहणशील और राष्ट्रीय चेतना की संवाहिका” – CM धामी

Comments are closed.