BJP प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर भड़के कांग्रेसी नेता भी करेंगे केश दान

अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए महिला कांग्रेस नेत्रियों द्वारा बाल उतारने को लेकर दिए गए बयान पर अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट पर कांग्रेसियों ने पलटवार किया है। कांग्रेसियों का कहना है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को सनातन धर्म की जानकारी नहीं है इसलिए वह अपने बयान से अपने अज्ञानी होने का परिचय दे रहे हैं।

प्रदेश अध्यक्ष को सनातन धर्म की जानकारी नहीं है

अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपीयों के नाम को उजागर करने के लिए कांग्रेस नेत्रियों द्वारा केश दान पर बयानबाजी करने को लेकर कांग्रेस ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की घेराबंदी शुरू करदी है। कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को सनातन धर्म की जानकारी नहीं है ऐसे में वह अपनी पार्टी के काले कारनामों को छुपाने के लिए छोटा मुंह बड़ी बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेत्रियों की ओर से केशदान को व सनातन धर्म से जोड़कर अपने अज्ञानी होने का परिचय दे रहे हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी ऐलान किया की सरकार को चेताने के लिए अब कांग्रेस महिला नेत्रियों के बाद कांग्रेस के पुरूष नेता भी अपने केश दान कर सीएम पुष्कर सिंह धामी को भेजेंगे।

यह भी पढ़ें – देश में स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत प्रति मिनट बनाए गए 177 आयुष्मान कार्ड

यह भी पढ़ें मणिपुर हिंसा पर SC ने कहा-सुनवाई करना हीलिंग प्रोसेस का हिस्सा, हम ‘जनता की अदालत’ हैं

महिला आरक्षण बिल भी एक जुमला

गोदियाल ने कहा कि जब यूपीए सरकार में सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनने की बात सामने आई थी, तब उन्हीं की पार्टी की वरिष्ठ महिला नेत्री रही सुषमा स्वराज ने बाल कटवाने की शपथ ली थी। उन्होंने कहा कि महिलाओं का केश दान करना सनातन संस्कृति का हिस्सा रहा है। यही नहीं उन्होंने भाजपा महिला मोर्चा के अध्यक्ष के बयान की भी कड़ी निंदा की है उन्होंने कहा उत्तराखंड की बेटियों को न्याय दिलाना उनका परम धर्म है यदि उन्हें पार्टी लाइन से इतर आगे आकर भी अंकिता के लिए न्याय की मांग करनी पड़े तो उन्हें करनी चाहिए। गोदियाल ने महिला आरक्षण बिल को भी जुमला करार दिया। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल पूर्व के जुमलों की तरह ही शिगुफा है। यदी भाजपा की नियत साफ है तो इसे तुरंत लागू क्यों नहीं करती।

 

 

(Visited 23 times, 1 visits today)