केरल में जेएन.1 वेरिएंट तेजी से पसार रहा अपने पांव , केंद्र सरकार ने अलर्ट किया जारी

पीटीआई। देश में कोरोना की रफ्तार भले ही धीमी है, लेकिन जेएन.1 वेरिएंट के मामले सामने आने से खतरा बढ़ रहा है। INSACOG के मुताबिक, देश में अब तक जेएन.1 वेरिएंट के कुल 312 मामले सामने आए हैं। इनमें से 47 प्रतिशत मामले अकेले केरल में मिले हैं, जो चिंता का विषय बन रहा है।

अब तक इन राज्यों में मिले जेएन.1 के मामले

बता दें कि अब तक 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जेएन.1 वेरिएंट के मामले मिले हैं। जानकारी के अनुसार, केरल में 147, गोवा में 51, गुजरात में 34, महाराष्ट्र में 26, तमिलनाडु में 22, दिल्ली में 16, कर्नाटक में आठ, राजस्थान में पांच, तेलंगाना में दो और ओडिशा में एक मामले सामने आए हैं।

जेएन.1 पर क्या बोला डब्ल्यूएचओ?

INSACOG ने बताया कि पिछले साल दिसंबर में जेएन.1 के 279 मामले सामने आए थे, जबकि नवंबर में 33 मामले मिले थे। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी जेएन.1 को लेकर चेतावनी जारी की है। हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि यह कम जोखिम पैदा करता है।

डब्ल्यूएचओ ने बताया कि कोरोना वायरस के जेएन.1 वेरिएंट को पहले बीए.2.86 वेरिएंट से संबंधित वेरिएंट बताया गया था, लेकिन बीते कुछ हफ्तों में कई देशों से जेएन.1 के मामले मिले हैं और वैश्विक स्तर पर इसका प्रसार तेजी से हो रहा है।

राज्यों को जारी की गई चेतावनी

जेएन.1 के प्रसार को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट किया है और निरंतर निगरानी करने के निर्देश जारी कए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि देश में कोरोना वायरस के 573 नए सामने दर्ज किए गए हैं।

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