यमनोत्री हाइवे पिछले पिछले 15 घंटो से बंद, बड़े वाहन फसे ,छोटे वाहनो की आवाजाही सुचारु

 

यमनोत्री हाइवे बंद 

पिछले 15 घंटों से यमनोत्री हाइवे पर बड़े वाहनों की आवाजाही बंद है। उत्तरकाशी पुलिस की सूचना के अनुसार कल शाम यमनोत्री राष्ट्रिय मार्ग, करीब 6:30 के आस पास राणाचट्टी के पास भूस्खलन के कारण मार्ग बड़े वाहनों के क्यी अवरुद्ध हो गया था। जो अभी तक भी ठीक नहीं हो पाया है। हालांकि छोटे वाहनों की आवाजाही सुचारु रूप से हो रही है। और राष्ट्रिय राजमार्ग प्राधिकरण की टीम ने सड़क ठीक करने का कार्य शुरू कर दिया है।  

भूस्खलन बनी वजह

अभी मानसून आने मे समय है परंतु उत्तराखंड मे इन दिनों बारिश का दौर चल रहा है जिससे भूस्खलन की घटनाए बढ गई है। उत्तरकाशी के यमनोत्री मे भी कल शाम 6:30 बजे के आसपास राणाचट्टी के पास बारिश के कारण हाइवे का करीब 15 मीटर हिस्सा भूस्खलन की चपेट मे आने से सड़क का आधे  से ज्यादा हिस्सा धस गया। जिससे बड़े वाहनो के लिए रास्ता बाधित हो गया था। जिससे जानकीचट्टी से बड़कोटआने वाले सैकड़ों और बड़कोट से जानकी चट्टी जाने वाले लगभग हजारों यात्री बड़कोट और स्यानाचट्टी के बीच फंस गए। 

सैकड़ों यात्री मार्ग मे फंसे

इस भूस्खलन के कारण जहाँ यमुनोत्री हाइवे बड़े वाहनों के लिए पूरी तरह बंद हो गया है वही हाइवे दोनों तरफ सैकड़ों यात्री बड़कोट और स्यानाचट्टी के बीच फंस गए हैं। जानकीचट्टी से बडकोट लौटेने वाले करीब 40 वाहनों मे  से 24 से 25 बसें और 18-20 मिनी बसे विभिन्न स्तनों पर रोकी गई हैं।  

यात्रियों से पुलिस ने की सूचना जारी

पुलिस ने सूचना जारी करते हुए बसों से यमुनोत्री धाम आने वाले यात्रियों से अभी जहाँ हैं वहीं रुकने का अनुरोध किया है। और कहा है कि जब तक मार्ग ठीक नहीं होता यमुनोत्री की तरफ ना आए। हालांकि ये सूचना छोटे वाहनों से आने वाले यात्रियों पर लागू नहीं होती। 

NH की टीम ने शुरू किया काम 

भूस्खलन की सूचना मिलते ही NH की टीम मौके पर पहुँच गई थी परंतु रात हो जाने के कारण कोई कार्य नहीं हो पाया। सूचना के अनुसार  राष्ट्रिय राजमार्ग प्राधिकरण की टीम सड़क के पहाडी छोर की तरफ से सड़क को चौड़ा करना चाहती है।  परंतु बड़ी चट्टानों के कारण इस कार्य मे समय लग सकता है। 

 

(Visited 15 times, 1 visits today)

One thought on “यमनोत्री हाइवे पिछले पिछले 15 घंटो से बंद, बड़े वाहन फसे ,छोटे वाहनो की आवाजाही सुचारु

Comments are closed.